खुशी में रहने के लिए ज्ञान रत्नों का चिन्तन करो

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। जैसा सोचेंगे वैसा बनेंगे। खुशी की बातें सोचेंगे तो खुशी मिलेगी, पुरानी दुःख की बातें सोचेंगे तो दुःख मिलेगा। बुद्धि ज्ञानरत्नों से भरपूर रहे, ज्ञानदान होता रहे तो खुशी रहेगी। जिसे ज्ञान रत्नों का नशा हो जाता है उसे खुश रहने के लिए किसी नशे की जरूरत नहीं पड़ती। जनवरी माह ब्रह्मा … Continue reading खुशी में रहने के लिए ज्ञान रत्नों का चिन्तन करो